चलायमान विज्ञान प्रदर्शनियां मूल रूप से विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी के विभिन्न विषयों पर आधारित विज्ञान प्रदर्शनियां हैं जो बसों पर लादकर ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान का संचार के लिए कार्य करती है। ये बसें उस आबादी को लक्षित करती हैं जो विज्ञान केंद्र का प्रत्यक्ष रूप मे दौरा करने में असमर्थ है। रामन विज्ञान केंद्र द्वारा पहली चलायमान विज्ञान प्रदर्शनी सन 1987 मे सुरु की गयी, तब से चलायमान विज्ञान प्रदर्शनी विदर्भ के ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान संचार में एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में साबित हुई है। वर्तमान में “पाठ्यक्रम में विज्ञान” और “स्वास्थ्य एवम स्वच्छता” इन विषयो पर प्रदर्शनियां ग्रामीण क्षेत्रों में जाती हैं और विज्ञान के संदेशों को उन तक पहुचाती हैं।