रामन विज्ञान केंद्र, नागपुर राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, कोलकाता की एक घटक इकाई है, जो भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में कार्य कर रही है । यह केंद्र वर्ष 1989 में विशेष रूप से विदर्भ क्षेत्र की आम जनता एवं छात्रों के बीच विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए स्थापित किया गया है। रामन नाम इस तथ्य के कारण दिया गया था कि भौतिकी में पहले भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता सर सी वी रामन कुछ दिनोके लिए नागपुर में ऑडिटर जनरल के कार्यालय मे कार्यरत थे ।